लाॅक डाउन के दौरान किराना व्यापारियों ने कहा कठिन समय में मानवता के नाते खाद्य पदार्थों के दाम नहीं बढ़ाकर लाेगाें की सेवा में जुटे है। जिंदा रहेंगे ताे कमाने के लिए जिंदगी पड़ी है, अभी ताे मानव धर्म निभाना है। सूरजपोल व कुकरखेड़ा मंडियों में थाेक व्यापारियों के पास माल भरा है लेकिन सप्लाई नहीं हाे रही है। सप्लाई करने वाले व्यापारियाें, वाहनों और मजदूरों के लिए प्रशासन पास जारी कर देवे ताे माल सप्लाई में आसानी हाेगी।
व्यापारियों का कहना है कि चार दिन में सप्लाई काे शुरू नहीं करवाया गया ताे रोजाना दैनिक उपयोग में काम आने वाले आटा, दाल, चीनी, चाय, चावल, पाेहा, तेल, घी, बिस्कुट की कमी हाे जाएगी। व्यापारियों का कहना है कि शहर में क्षेत्रवार किराने की बडी दुकानों व डिपार्टमेंटल स्टाेर के भी पास जारी कर दिए जाए। जिससे लाेगाें काे पता रहेगा कौनसी दुकान खुली रहेगी। जिससे लाेगाें काे भटकना नहीं पड़ेगा और लाेगाें के घराें से निकालने पर नियंत्रण भी रहेगा।
लाेगाें के संकट काे दूर करने के लिए जीवन का रिस्क लेकर दुकानें खाेल रहे है
टाेंक राेड स्थित डिपार्टमेंटल स्टाेर के मालिक दीपक पुरुषवानी का कहना है कि लाेगाें के संकट में साथ खडे हाेने के लिए जीवन का रिस्क लेकर दुकानें खाेले हुए है। यह समय खाद्य पदार्थों के दाम बढाने का नहीं है, लाेगाें के जीवन बचाने के लिए खाद्य सामग्री पहुंचाने का है। अभी कॉस्मैटिक समानों की नहीं खाद्य सामग्री, सेनेटाइजर, फिनाइल की आवश्यकता है।
कोई भूख से नहीं मरे, खोली फ्लोर मील
मानसराेवर मध्यम मार्ग पर यादव फ्लोर मील के संचालक मूलचंद यादव का कहना है डॉक्टर मरीजों का अस्पतालों में इलाज कर जान बचा रहे है इधर, लाेग भूख से नहीं मरे इसलिए आटा मील खाेल रहा हूं। आटे के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। गेंहूं की क्वालिटी के हिसाब से 25 से 30 रुपए के बीच पहले के ही दाम रखे हुए है।
यह समय लाेगाें की सहायता करने का है
मध्यम मार्ग हीरापथ मानसरोवर स्थित यूनाईटेड डिपार्टमेंटल स्टाेर के संचालक मुकेश शर्मा का कहना है कि यह समय लाेगाें की सहायता करने का है इसीलिए दुकान खाेल रखी है। कुकर खेडा व सूरजपोल मंडी में खाद्य पदार्थों का काफी माल भरा हुआ है लेकिन थाेक व्यापारियों के वाहनों व मजदूरों के पास नहीं बने हाेने से दुकानों तक माल नहीं पहुंच पा रहा है। वे खुद की गाडी से मंडियों से सामान लाकर लाेगाें तक पहुंचा रहे है। प्रशासन मंडियों में पहुंच कर व्यापारियों काे पास जारी करें और अपनी देखरेख में माल सप्लाई करवाए।
जिंदा रहेंगे ताे कमाने के लिए जिंदगी पड़ी है
स्वर्ण पथ मानसरोवर सुपर डिपार्टमेंटल स्टाेर के संचालक रविंद्र गुप्ता का कहना है कि काेराेना के संक्रमण से उत्पन्न कठिन समय में मानवता के नाते खाद्य पदार्थों के दाम नहीं बढ़ाकर लाेगाें की सेवा में जुटे हैं। जिंदा रहेंगे ताे कमाने के लिए जिंदगी पड़ी है, अभी ताे मानव धर्म निभाना है। किसी भी खाद्य पदार्थ के दाम नहीं बढ़ाकर पुरानी रेट में ही बेच रहे है।
कमाना जिंदगी भर... अभी जीवन बचाना है
मानसराेवर अग्रवाल फार्म में रमेश किराना स्टाेर के ईश्वर करमानी का कहना है सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक दुकान खाेलेंगे। लाेगाें काे रोजमर्रा का हर तरह का सामान उपलब्ध करवाकर जीवन बचाना है। कमाना ताे जिंदगी भर है यह समय लाेगाें का जीवन बचाना है। प्रशासन मुख्य-मुख्य दुकानें चिन्हित कर अपनी निगरानी में माल सप्लाई करवाता रहेगा ताे 21 दिन लाॅक डाउन के आसानी से गुजर जाएंगे।
अभी ताे मानव धर्म निभाना है
सदाशिव दाल भंडार के प्रेमचंद का कहना है काेराेना संक्रमण से मानव जीवन संकट में है। अभी मानव धर्म निभाने का समय है , लाेगाें काे भूख से नहीं मरने देंगे। प्रशासन मंडियों से सप्लाई सुचारू रखे ताे लाेगाें काे रोजाना दैनिक उपयोग में काम आने वाले आटा, दाल, चीनी, चाय, चावल, पाेहा, तेल, घी, बिस्कुट की कमी नहीं हाेगी।